कंप्यूटर का परिचय (Introduction to Computer in Hindi)

नमस्कार दोस्तों, इस ब्लॉग पोस्ट ‘कंप्यूटर का परिचय (Introduction to Computer in Hindi)‘ में हम आपको कंप्यूटर के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे। यहाँ आप जानेंगे कि कंप्यूटर क्या है? कंप्यूटर की Full Form, इतिहास, प्रकार, कंप्यूटर में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर क्या है, यदि आप कंप्यूटर से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस लेख को अंत तक पढ़ें।

दोस्तों, यह तो आप जानते ही होंगे कि आज के इस आधुनिक डिजिटल वर्ल्ड में कंप्यूटर हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन गया है। चाहे आप अपने ऑफिस का काम करने के लिए इसका इस्तेमाल करते हों या फिर आप एक Student हों, इस उपकरण के बिना आज इन Online Task जैसे – (Internet Browsing, Email, Social Media, Online Shopping, Banking, Cloud Storage) आदि को करना नामुमकिन है।

इसलिए आज एक आम यूजर भी घर बैठे विभिन्न प्रकार के Online Tasks को इस उपकरण की वजह से ही पूरा कर पाता है। इसलिए इसका इस्तेमाल करने से पहले एक नए Computer User को कंप्यूटर का परिचय तो होना ही चाहिए। समय की महत्वता को ध्यान में रखते हुए, आइए सीधे इस ब्लॉग पोस्ट ‘कंप्यूटर का परिचय’ (Introduction to Computer in Hindi) के महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान दें।

कंप्यूटर क्या हैं? (What is Computer in Hindi)

कंप्यूटर क्या है? कंप्यूटर एक Electronic Device है जो Data को Process करके उपयोगकर्ताओं को जानकारी प्रदान करता है। यह इनपुट डिवाइस जैसे (Keyboard और Mouse) से डेटा प्राप्त करता है, उसे प्रोसेस करता है, और फ़िर आउटपुट डिवाइस (जैसे Monitor और Printer आदि) के माध्यम से उसका परिणाम दिखाता है।

कंप्यूटर विभिन्न प्रकार की गणना (Calculation), डेटा प्रबंधन (Data Management), और विश्लेषण कार्यों (Analysis Functions को तेजी से और सटीकता से अंजाम देता है।

इसे आमतौर पर चार प्रमुख भागों में वर्गीकृत किया जाता है:

  • हार्डवेयर (Physical Component) – इसमें कंप्यूटर के Physical Components जैसे कि प्रोसेसर, मेमोरी, मदरबोर्ड आदि शामिल हैं।
  • सॉफ़्टवेयर (Programs और Applications) – इसमें ऑपरेटिंग सिस्टम और विभिन्न एप्लिकेशन प्रोग्राम शामिल होते हैं जो हार्डवेयर को नियंत्रित और उपयोगी बनाते हैं।
  • इनपुट डिवाइस (Input Device) – ये उपकरण कंप्यूटर में डेटा और कमांड्स को दर्ज करने के लिए उपयोग किए जाते हैं, जैसे की कीबोर्ड, माउस, और स्कैनर
  • आउटपुट डिवाइस (Output Device) – ये उपकरण कंप्यूटर द्वारा प्रोसेस किए गए डेटा को उपयोगकर्ता को दिखाने के लिए उपयोग किए जाते हैं, जैसे की मॉनिटर, प्रिंटर, और स्पीकर्स

कंप्यूटर की परिभाषा (Definition of Computer in Hindi)

कंप्यूटर एक आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो हमारे द्वारा प्रदान किए गए डेटा को स्टोर करता है, उसे प्रोसेस करता है, और फिर प्रोसेस किए गए डेटा को परिणाम के रूप में कंप्यूटर स्क्रीन (Monitor) पर प्रदर्शित करता है।

आइए अब इस Process को आसान शब्दों में समझें:

कंप्यूटर प्रोसेसिंग cycle diagram
  • इनपुट (Input): इस प्रोसेस में हम डेटा को Keyboard, Mouse आदि का उपयोग करके कंप्यूटर में इनपुट करते हैं।
  • Processing (प्रोसेसिंग): फ़िर उसके बाद कंप्यूटर उस डेटा को अपनी RAM (Random Access Memory) में स्टोर करता है। और उस डेटा को प्रोसेस करता है। जिसमें यह डेटा को organized करता हैं। फ़िर उसके बाद यह हमारे द्वारा दिए गए क्वेरी के आधार पर Task को complete करता हैं।
  • Output (आउटपुट): टास्क complete हो जाने के बाद यह हमारी कंप्यूटर स्क्रीन पर उसका परिणाम यानी Output प्रदर्शित कर देता है। और भविष्य के लिए उस डेटा को स्टोर कर लेता है ताकि जब भी हमें जरूरत पड़े, हम उस डेटा को आसानी से एक्सेस कर सकें और उपयोग कर सकें। उदाहरण के लिए, जब हम एक दस्तावेज़ बनाते हैं और उसे सहेजते हैं, तो वह दस्तावेज़ हार्ड ड्राइव पर स्टोर हो जाता है और बाद में फिर से खोला और संपादित किया जा सकता है।

कंप्यूटर की Full form (Computer Full Form in Hindi)

कंप्यूटर की Full Form “Common Operating Machine Purposely Used for Technological and Educational Research” होती हैं।

C – Common
O – Operating
M – Machine
P – Purposely
U – Used for
T – Technological and
E – Educational
R – Research

यह कंप्यूटर की official full form नहीं है। हालांकि, इसे कभी-कभी एक यादगार और Teaching objective के लिए इस्तेमाल किया जाता है, कंप्यूटर का real full form नहीं है।

सत्य यह है कि “computer” शब्द की कोई official full form नहीं है; यह शब्द लैटिन के “computare” से आया है, जिसका मतलब होता है “गणना करना”। कंप्यूटर एक ऐसा उपकरण है जो Calculations, Data Processing, और विभिन्न प्रकार के कामकाज में सक्षम होता है।

कंप्यूटर का जनक कौन है? (Who is the father of computer?)

Charles Babbage कंप्यूटर के जनक कहा जाता हैं। चार्ल्स बैबेज का जन्म 26 दिसंबर, सन् 1971 को क्रास्बी रो, वालवर्थ रोड़, लंदन इंग्लैंड में हुआ था।
चार्ल्स बैबेज, कंप्यूटर के जनक

चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) को कंप्यूटर का जनक ( Father of Computer) कहा जाता हैं। चार्ल्स बैबेज का जन्म 26 दिसंबर, सन् 1971 को क्रास्बी रो, वालवर्थ रोड़, लंदन इंग्लैंड में हुआ था। इन्होंने ही सबसे पहले एनालिटिक इंजन (Analytical Engine) बनाया था, जिसके परिणाम स्वरूप आगे चलकर आधुनिक कंप्यूटर ( Morden Computer) का निर्माण हुआ।

कंप्यूटर शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई? (How did the word computer originate?)

कंप्यूटर शब्द की उत्पत्ति लैटिन (Latin) शब्द “computare” से हुई है। जिसका मतलब होता है “गणना (Calculation) करना”। इस शब्द का इस्तेमाल उन मशीनों के लिए किया जाता है जो गणना (Calculation) सकती हैं। जब कंप्यूटर की तकनीक विकसित हुई तो इसका नाम “कंप्यूटर” रखा गया।

कंप्यूटर का परिचय: कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर क्या है?

हार्डवेयर (Hardware)

Physical Components of Computer Hardware
कंप्यूटर हार्डवेयर के फिजिकल कंपोनेंट

हार्डवेयर कंप्यूटर के उन भौतिक घटकों (physical components) को कहा जाता हैं जिसे आप छू और देख सकते हैं।

जिसमें शामिल हैं, इनपुट डिवाइस (Keyboard, Mouse) आउटपुट डिवाइस ( Printer, Monitor) सीपीयू (Central Processing Unit), मेमोरी (RAM) मदरबोर्ड, और अन्य सभी बाहरी (Internal) और आंतरिक (External) घटक।

सॉफ्टवेयर (Software)

Software Important Components of a Computer System.
कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के महत्वपूर्ण घटक

सॉफ़्टवेयर कंप्यूटर सिस्टम वे महत्वपूर्ण घटक ( Program, Application, Data) होते हैं जिन्हे उपयोगकर्ता के द्वारा विभिन्न कार्यो को पुरा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता हैं।

जिनमें शामिल हैं, ऑपरेटिंग सिस्टम (Windows, macOS, Linux), एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर (MS Office, Web Browser, Device Drivers, Utilities, और Software Systems। जो कंप्यूटर के हार्डवेयर संसाधन को मैनेज और कंट्रोल करने में मदद करते हैं।

आसान भाषा में, हार्डवेयर कंप्यूटर सिस्टम की भौतिक मशीन हैं। और सॉफ्टवेयर निर्देशो प्रोग्राम्स का एक सेट हैं जो विभिन्न कार्यो को करने के लिए हार्डवेयर को निर्देश देने का काम करता हैं।

संक्षेप में कंप्यूटर का इतिहास (Brief History of Computer in Hindi)

प्राचीन काल में जब कंप्यूटर नहीं थे तब मनुष्यों के द्वारा गिनती करने के लिए लकड़ी, पत्थर आदि औजारों को उपकरणों के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। समय बीतने के साथ जैसे-जैसे मनुष्य के दिमाग़ का विकास हुआ उसी प्रकार कंप्यूटर उपकरणों का भी विकास हुआ।

Abacus कंप्यूटर का इतिहास का पहला कंप्यूटर था। जिसे कंप्यूटर संख्याओं में हरफेर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। Abacus शब्द को ग्रीक शब्द abax से लिया गया था। जानकारों के अनुसार इसको प्राचीन बेबीलोन में 300 से 500 ईसा पूर्व विकसित किया गया था।

यह एक लकड़ी की रैक की तरह दिखाई देता था। जिसमें धातु की कई छड़ें लगी थी जिन पर मोतियाँ लगी रहती थी। इसमें प्राथमिक अंकगणितीय गणना (Primarily arithemetic Calculations),की जाती थी। इसमें जोड़, घटाने, गुना और भाग जैसी बुनियादी अंकगणितीय कार्यो के लिए मोतियों का उपयोग होता था।

1940 के दशक में पहले Electronic Computer बनाए गए, जैसे ENIAC (Electronic Numerical Integrator and Computer) ENIAC दिखने में बहुत बड़ा और भारी भरकम कंप्यूटर था जिसका गिनती और अन्य टास्क को पुरा करने में उपयोग किया जाता था।

1950 के दशक में, पहले program computers विकसित किए गए, जैसे कि UNIVAC (Universal Automatic Computer)। ये कंप्यूटर प्रोग्राम को भी स्टोर करने की कैपेसिटी रखते थे, जिससे उनका उपयोग अधिक विस्तृत और प्रभावी बना।

टेक्नोलॉजी और साइंस के फ़ील्ड में विकास के साथ, कंप्यूटर की कार्य क्षमता और Speed भी बढ़ी।

1970 के दशक में, personal computer(PCs) का आगमन हुआ, जो घर और ऑफिस में उपयोग किए जा सकते थे।

आज, के इस आधुनिक डिजिटल युग में कंप्यूटर विभिन्न रूप में उपलब्ध हैं, जैसे कि Laptop, Tables, Smartphones, और Servers आदि। ये विभिन्न online Task को solve के लिए उपयोग किए जाते हैं, जैसे कि Calculation, Data Storage, और information processing आदि।

कंप्यूटर के इतिहास के बारे में विस्तार से पढ़ें:कंप्यूटर का इतिहास (Computer History in Hindi)

कंप्यूटर पार्ट्स के नाम (computer parts name in hindi)

विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर (different Types of computer in hindi)

कंप्यूटर अलग-अलग प्रकार के होते हैं, जिसमें से हर एक को Specific Objectives perform करने के डिज़ाइन किया जाता हैं:

  1. Personal Computer (PC): इसका उपयोग आमतौर पर Personal Task, या फ़िर entertainment आदि task के लिए किया जाता हैं। पर्सनल कंप्यूटर के अंतर्गत desktop, laptop, tables आदि शामिल होते हैं।
  2. Mainframes: मेनफ्रेम्स कंप्यूटर बहुत बड़े और अधिक शक्तिशाली होते हैं जो विस्तृत डेटा को प्रोसेस करने के लिए सक्षम होते हैं यह एक साथ कई उपयोगकर्ताओं को service Provide करते हैं। ये सामान्यतः संगठनात्मक आवश्यकताओं के लिए उपयुक्त होते हैं, जैसे कि Financial Transactions, Data Manipulation आदि।
  3. Supercomputers: सुपर कंप्यूटर बहुत ही पॉवरफुल होते हैं। यह वैज्ञानिक अनुसंधान, मौसम की भविष्यवाणी और क्रिप्टोग्राफी आदि फील्ड्स में जटिल गणना और सिमुलेशन में इस्तेमाल किए जाते हैं।
  4. Embedded Computers:  Embedded Computers वह कंप्यूटर होते हैं जो दूसरे डिवाइसेज़ में छुपे होते हैं। इन्हें कार, एप्लिकेशन और औद्योगिक उपकरण जैसे डिवाइसेज़ में समाहित किया जाता हैं। इनका मुख्य काम किसी विशिष्ट कार्य को कंट्रोल करना होता है, जैसे की कार में इंजन का प्रबंधन, उपकरण में समय की सेटिंग, और इंडस्ट्रियल मशीनरी में उपकरणों का संचार।
  5. Workstation: वर्कस्टेशन जो CAD, ग्राफ़िक डिज़ाइन और Scientific modeling जैसे कार्यों के लिए उच्च प्रदर्शन साथ तैयार किए गए होते हैं।
  6. Wearable Computers: यह हमारे शरीर पर पहने जाने वाले कॉम्पैक्ट डिवाइस, जैसे कि स्मार्टवॉच और फिटनेस ट्रैकर्स, विभिन्न कंप्यूटिंग टास्क को करने में सक्षम होते हैं।

कंप्यूटर की विशेषताएँ (Characteristics of Computer in Hindi)

यहाँ नीचे कंप्यूटर की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:

  1. प्रोसेसेर Proceser: प्रोसेसेर को सीपीयू (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट) यानी कंप्यूटर का दिमाग़ कहा जाता जाता हैं। यह कंप्यूटर सिस्टम में इंस्ट्रक्शंस को निष्पादित करने और गणना करने के लिए जिम्मेदार प्राथमिक घटक है। यह कंप्यूटर के मस्तिष्क के रूप में कार्य करता है, डेटा को प्रोसेस करता है और विभिन्न कार्यों का प्रबंधन करता है।
  2. मेमोरी (Memory): यह डेटा और directories को स्टोर करती है जो प्रोसेसर को त्वरित रूप से पहुंचने के लिए आवश्यक होती है।
  3. स्टोरेज (Storage): यह डेटा और फाइल को स्टोर करता है, जो हार्ड ड्राइव एसएसडी और क्लाउड collections विकल्पों में हो सकता है।
  4. ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System): कंप्यूटर के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर संसाधनों का प्रबंधन करता है और एक उपयोगकर्ता इंटरफेस प्रदान करता है।
  5. इनपुट और आउटपुट डिवाइस (Input and Output Devices): उपयोगकर्ता को कंप्यूटर के साथ संवाद करने की अनुमति देते हैं, जैसे की कीबोर्ड, माउस, मॉनिटर, और प्रिंटर।
  6. कनेक्टिविटी (Connectivity): अन्य उपकरणों और नेटवर्कों के साथ संचार करने की सुविधा प्रदान करता है, जैसे की वाई-फाई, ईथरनेट, यूएसबी, और ब्लूटूथ।
  7. ग्राफ़िक्स कार्ड (Graphics Card): ग्राफिक्स का उत्पादन और प्रोसेसिंग को संभालता है, जो गेमिंग और मल्टीमीडिया कार्यों के लिए महत्वपूर्ण होता है।
  8. पोर्ट्स (Ports): Peripherals के लिए कनेक्शन प्रदान करते हैं, जैसे की USB Port, HDMI Port, and Audio Jacks।
  9. सॉफ्टवेयर (Software): कुछ कार्यों को करने के लिए उपयोग किया जाने वाला प्रोग्राम और एप्लिकेशन, जैसे की Productivity software, मनोरंजन और गमिंग सॉफ्टवेयर।
  10. सुरक्षा विशेषताएँ (security features): डेटा की सुरक्षा और अनधिकृत पहुंच से बचाने के लिए एंटी सॉफ्टवेयर, firewall, और encryption जैसी सुरक्षा विशेषताएँ होती हैं।

ये विशेषताएँ एक कंप्यूटर के कामकाज और प्रदर्शन को प्रभावित करती हैं, और विभिन्न उपयोगकर्ता आवश्यकताओं और पसंदों को ध्यान में रखती हैं।

कंप्यूटर के फ़ायदे और नुकसान (advantages and disadvantages of computer)

कंप्यूटर के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। फायदे में यह है कि कंप्यूटर काम को जल्दी और सटीक तरीके से करता है, जिससे समय की बचत होती है। यह शिक्षा, संचार और मनोरंजन में बहुत उपयोगी है, और हमें दुनिया भर की जानकारी तक पहुँचाता है।

दूसरी ओर, लंबे समय तक कंप्यूटर का उपयोग आँखों और शरीर को नुकसान पहुँचा सकता है। इसके अलावा, साइबर हमले और डेटा चोरी का खतरा रहता है। कंप्यूटर पर अत्यधिक निर्भरता सामाजिक कौशल को भी प्रभावित कर सकती है।

तो आइए एक-एक करके कंप्यूटर के फ़ायदे और नुकसान को समझते हैं:

कंप्यूटर के फ़ायदे (Advantages of Computer)

उत्पादकता में वृद्धि (Increased productivity): कंप्यूटर प्रोडक्विटी बड़ाते हैं क्योंकि वे मनुष्य की तुलना में बहुत तेजी से काम कर सकते हैं जिससे हमारा टाइम और मेहनत कम लगती हैं।

बेहतर संचार (Improved communication): कंप्यूटर ईमेल, मेसेज, वीडियो कॉल्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म् के माध्यम से बेहतर संचार की सुविधा प्रदान करते हैं।

संवर्धित भंडारण क्षमताएं (Enhanced storage capabilities): कंप्यूटर विभिन्न रूपों में बहुत सारा डेटा स्टोर कर सकते हैं, जिससे फिजिकल स्टोरेज स्पेस की जरूरत कम हो सकती है।

स्वचालन (Automation): कंप्यूटर वह कार्य स्वयं कर सकते हैं जो बार-बार होते रहते हैं, जिससे मानव संसाधन मुक्त होते हैं और वे अधिक जटिल कार्यों के लिए समय निकाल सकते हैं।

जानकारी तक पहुँच (Access to information): कंप्यूटर इंटरनेट, और डिजिटल लाइब्रेरी के जरिए हमें जानकारी तक पहुंचने की सुविधा प्रदान करते हैं।

रचनात्मकता और मनोरंजन (Creativity and entertainment): कंप्यूटर बहुत सारे कामों में मदद करते हैं जैसे डिजिटल पेंटिंग, संगीत निर्माण और वीडियो एडिटिं और भी बहुत कुछ।

कंप्यूटर के नुकसान (Disadvantages of Computer)

जोख़िम सुरक्षा (Security Risk): कंप्यूटर cyber threats जैसे viruses, malware, hacking और identity theft के लिए असुरक्षित हैं।

गोपनीयता की चिंता (Privacy concerns): कंप्यूटर financial information stored करते हैं, जो data privacy और Safety violations के बारे में चिंताएं बढ़ाते हैं।

निर्भरता (Dependence): कंप्यूटर पर अत्यधिक निर्भरता से Problem Solving Skills में कमी आ सकती है तथा basic functions के लिए भी Technology पर Dependence बढ़ सकती है।

लागत (Cost): कंप्यूटर और उससे जुड़ी तकनीक खरीदना, उनका रखरखाव करना और उन्हें अपग्रेड करना काफी महंगा हो सकता है।

सामाजिक अलगाव (Social isolation): अत्यधिक कंप्यूटर उपयोग से आमने-सामने बातचीत कम हो सकती है और सामाजिक अलगाव हो सकता है।

FAQs : कंप्यूटर का परिचय: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्न 1. कंप्यूटर क्या है?

उत्तर – कंप्यूटर एक Morden Electronic Device है जो डेटा को प्रोसेस करता है और हमें information प्रदान करता है। इसमें CPU और RAM जैसे hardware component शामिल होते हैं जो डेटा को calculate और store करते हैं। Input Device जैसे Keyboard और Mouse डेटा को कंप्यूटर में इंटर करते हैं, जबकि सॉफ्टवेयर जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम और एप्लिकेशन हमें इस डेटा का उपयोग करने की सुविधा प्रदान करते हैं। इस प्रोसेस के माध्यम से, कंप्यूटर विभिन्न तरीकों से हमें इंफोर्मेशन प्रदान करता है, जैसे Text, Graphics, Audio, और Video।

प्रश्न 2. कंप्यूटर के मुख्य घटक कौन-कौन से होते हैं?

उत्तर – कंप्यूटर के मुख्य घटक हैं: सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU), मेमोरी, इनपुट डिवाइस, आउटपुट डिवाइस, और संचार इंटरफेस।

प्रश्न 3. कंप्यूटर कितने प्रकार के होते है?

उत्तर – कंप्यूटर विभिन्न प्रकार होते हैं जैसे: सुपरकंप्यूटर (Supercomputer), मैनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer), मिनी कंप्यूटर (Minicomputer), माईक्रो कंप्यूटर (Microcomputer), वर्कस्टेशन (Workstation), पीसी (PC), एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computers), डिजिटल कंप्यूटर (Digital Computers), हाइब्रिड कंप्यूटर (Hybrid Computers), क्वांटम (Quantum Computer)

प्रश्न 4. कंप्यूटर के विकास में किन मुख्य घटनाओं ने महत्वपूर्ण योगदान दिया?

उत्तर – कंप्यूटर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिए गए घटनाओं में शामिल हैं: ट्रांजिस्टर का आविष्कार, माइक्रोप्रोसेसर का उत्थान, इंटरनेट का आविष्कार, और पर्सनल कंप्यूटरों की उपलब्धता

निष्कर्ष (Conclusion): कंप्यूटर का परिचय

कंप्यूटर ने हमारे जीवन को आसान और तेज बना दिया है। यह शिक्षा और मनोरंजन में बहुत मददगार है। हालांकि, लंबे समय तक इस्तेमाल से स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं और साइबर हमलों का खतरा रहता है। सही तरीके से उपयोग करने पर, कंप्यूटर हमारे लिए एक बहुत उपयोगी और जरूरी उपकरण है। कंप्यूटर के फायदे और नुकसान को समझकर हम इसका बेहतर और सुरक्षित उपयोग कर सकते हैं।

तो दोस्तों, मुझे उम्मीद है कि इस ब्लॉग पोस्ट कंप्यूटर का परिचय Introduction to Computer in Hindi को अंत तक पढ़ने के बाद अब आपको इस विषय के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसमें हमने कंप्यूटर की परिभाषा, इतिहास, जनक, उत्पत्ति, कंप्यूटर Hardware और Software, प्रकार, भाग, फायदे और नुकसान जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की है।

तो इस ब्लॉग पोस्ट में बस इतना ही, आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें comment करके बताएं आपसे मिलते हैं एक नए टॉपिक के साथ तब तक अपना ख्याल रखें।

1 thought on “कंप्यूटर का परिचय (Introduction to Computer in Hindi)”

  1. Good information for computer Basics. Thanks!

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